हरा भऱा वीरौ से हर दम प्यारा हिन्दुस्तान रहा
सव देशो मे देश हमारा भारत ये वलवान रहा ।
अवधपुरी के रामचन्द्र ने लन्कापति को मारा था
मथुरा मे श्रीकृष्णचन्द्र ने राजा कँस पछाडा था ।
अभिमन्यु ने चक्राव्युह मे शष्त्रुो को संहारा था
जगतपाल भगवान कृष्ण ने भीषम का प्रण पाला था ।
धरती से सुरपुर तक देखो अर्जुन सेतु बनाया था
इंद्रलोक से ऐरावत हाथी जिसने मंगवाया था ।
स्वाभिमान की मूरत महाराणा ,मुगलो को मार भगाया था
विजय हेतु हाडी रानी ने अपना शीश थाल में सजाया था ।
वीरमति ने करी वीरता भारतवासी जान रहा
सव देशो मे देश सिरौमणि भारत ही वलवान रहा ।
अँगरेजौ कौ मार भगाया झॉसीवाली रानी ने
दुर्गा पदमा जौहर कीन्हे दल मे हिन्दुस्तानी ने ।
वीरमति ने करी वीरता चारो युग हनुमान रहा
सब देशो में देश हमारा भारत ये बलवान रहा ।
अँग्ररेजौ ने मार न पाई चुन्गल चिडिया भारी थी
गोरे पड़े रहे खेतो में फौज पड़ी सरकारी थी ।
राजा गोविन्दसिहँ "दतिया' के चुन्गल चिडिया मारी थी ।
सत्तावन की क्रांति भारी 'बिस्मिल' सा स्वाभिमान रहा
आजाद-भगत रणबिगुल फूंके अंग्रेजो का श्मशान रहा ।
सब देशो देश शिरोमणि चारो युग हनुमान रहा
सब देशो से देश हमारा भारत ये वलवान रहा
हरा भरा वीरो से हरदम भारत ये वलवान रहा ।
(विगत चार वर्षो से लगातार आज ही के दिन )
आपका ही
जितेन्द्र सिंह तोमर
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