गुरुवार, 4 अक्टूबर 2018

डिलिवरी वॉय 'एक दृश्य'

#डिलिवरी_बॉय           (एक दृश्य)

कितनी तेजी से निकला वो बाईक वाला
रेडलाईट पर रूकना था,जरा सी देर में क्या बिगड़ जाएंगा....!

लड़के ने सुना नहीं

उसको आदत है इस बात की ठीक रेड़ लाईट के बीच दूसरे गियर में गाड़ी डाल कर निकलने की....!

रेड लाईट पर रूके लोग अक्सर देखते है पीठ पर बैग लटकाएं लड़के को
लड़के को जल्दी है वक्त पर पहुंचने की
तो
फ्लैट में घड़ी ताक रहे लोगो को इंतजार है उस के लेट होने का...!

लेट होने से  ठंडा हो सकता है पिज्जा
ठंडा है तो बदमजा हो सकता है पिज्जा
बदमजा हो तो फ्री हो सकता है पिज्जा,
पिज्जा फ्री मिलेंगा......कही से तो कटेगा
ये जानता है रेड लाईट पर दौड़ने वाला लड़का.....!

लड़के की सैलरी पर नजर है मैनेजर की
मैनेजर का सौ फीसदी रिकार्ड है
कंपनी को जीताने का.......और हारती है तो
लड़के की सैलरी।कंपनी का एकाउंट नहीं...!!

लड़के को मालूम है
एक असाईंनमेंट लेट करने की कीमत
घर का किराया....बाप के थके कदमों को उठाकर दरवाजों तक ले जाने की ताकत दवाई से आती है।रोज आसमान तक पहुंचती दवाई और सैलरी में पुराना झगड़ा है ।

रूक जाती है सैलरी
चढ़ जाती है दवाई..!

मां को चाहिए घर का सामान
पिज्जे की खुशबू से ज्यादा
मादक होती है घर की रोटी
और मां के हाथ की सब्जी की महक
लेकिन जाने क्या है की सब्जी कम होती  जाती है थाली से...?
क्योंकि इंटरनेशनल मार्किट में दाम बढ़ रहे है तेल के.....और तेल कम नहीं करता खाड़ी से शेखों से लेकर दिल्ली के शेखों की थाली की कीमत मुद्रा का  अवमूल्यन।
गिरा देता है लड़के और क्रेडिट कार्ड की कीमत...!

बहन को जरूरत है
नई ड्रैस की,पर
कभी कहती नहीं...!
लेकिन आंखें लड़के की खुली है
बहन को गुजरना होता है ऐसी ही कई रेडलाईटों से भूखी सी सैकड़ों हजारों निगाहों से कटते हुए....!

पब्लिक ऑटों का किराया भी बढ़ता है
और बढ़ता है लड़के का डर भी रोज रोज
इसके अलावा फोन में बंद है ....चार्ज कूपन
कीमत कितनी भी हो।दुनिया से बाते करनी है.....!

दुनिया जाने क्यों दो आंखों में सिमट जाती है
कुछ तो गिफ्ट होगा....?
मिलना है शाम को कही भी....!
जिस पिज्जा को पहुंचाना है,वही खरीद कर खिलाना है ।
अरे इसका दाम भी तो रोज बढ़ता है सैलरी से ज्यादा...!
दोस्तों के साथ शेयर करना है पानी हो या बीयर...
दोनो में से कोई चीज नहीं मिलती है फ्री
खुद भी तो चाहिए एक सही सा जूता
सेल में मिले या रिसेल में...जेब के खांचें में बैठता हो फिट....
और सही से लग जाएं किक,घिसे हुए सोल से फिसलती है किक
और सूजन डाल देती है पंजें की हड्डी में
और ये सूजन निकाल देती है हवा पर्स की.....!!

किराया घर का हर तारीख पर देना है।
बिल बिजली का सही समय पर देना है..!
खाना भी रोज ही चाहिए
कुछ तो खर्च होना ही है,बहाना चाहे जितना बनाईंये....!
मंडली दोस्तों की हो
या साथ,दुनिया की सबसे अलग आंखों का
दोस्तों की जान रहना है न....!

बहन का अभिमान रहना है
मां का स्वाभिमान रहना है
इसलिए ऐसी रेडलाईटों को तो रोज ही सहना है.....!!!!

जल्दी में कई बार अखबार के आखिरी पन्नें की खबरें छूट जाती है ।

पेज पर छपे गरीबों के मसीहाओं के बच्चों की शादी के खूबसूरत फोटों के ठीक नीचे
रेड लाईट पार करता हुआ एक डिलिवरी ब्वॉय एक्सीडेंट में कुचला गया......!

घंटों बाद पहुंची पुलिस ने जाम खुलवा दिया है।
शव की पहचान के लिए पिज्जा हटों से सपर्क में है  पुलिस.....

#पता_नहीं_कभी_कभी_क्या_लिखदेता_हूँ.....!

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